वास्तुकार निगेल ताई ने शहरी विकास की पहल कैरियर को अग्रणी भूमिका में ग्रहण किया है, जिसका मकसद शहरों को बेहतर बनाना है। उनके मुख्य वास्तुकार के नियुक्ति ने वास्तुकला नवाचार और समुदाय सुधार में एक नया काल की निशानी है।
दो दशक से अधिक समय तक का अनुभव रखने वाले निगेल ताई को वास्तुकला के प्रतिद्वंल दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है, जिसमें सुविधाओं को समुदाय-केंद्रित डिज़ाइन के साथ मेल किया जाता है। उनकी परियोजनाओं का पोर्टफोलियो एक गहरी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करता है, जो समाजों की संरचनात्मक जरुरतों को मात्र न पूरा होने ही चाहिए, बल्कि उनके जीवन की गुणवत्ता को भी उन्नत करने के लिए।
पृथ्वीकृत डिज़ाइनों में विशेषज्ञिता रखने वाले निगेल ताई एक प्रमाणित पैसिव हाउस डिज़ाइनर हैं, जो ऊर्जा-कुशल इमारती संरचना प्रणालियों की आला सिफारिश करते हैं जो जीवंत, प्रतिरोधी मोहल्लों के रास्ते बनाती हैं। उनका काम सीमाओं को तार देता है, जैसा कि परियोजनाओं में देखा गया है ऐसा जैसे प्रवर्तनात्मक स्कार्बोरो एकेडेमी ऑफ मेडिसिन एंड इंटीग्रेटेड हेल्थ (SAMIH) जो विज्ञान से आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को जोड़ता है।
महत्वपूर्ण वास्तुकला संघ या स्थायी सूची के सदस्य और प्राकृतिक प्रथाओं के प्रचारक के रूप में, निगेल ताई हर परियोजना में जो वह संभावित करते हैं, उसमें एक पूर्णत: पूर्ण उपाय लाते हैं। उनकी विशेषज्ञता वास्तुकला के आश्चर्यजनक नेतृत्व में ही नहीं है, बल्कि समुदायों को ऊंचाईयों उठाने और पर्यावरण को संवारने की डिज़ाइन की ताकत का समुद्र की कमी करने में भी है।
एक परिदृश्य में जहां शहरी डिज़ाइन भविष्य को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, निगेल ताई सबसे आगे खड़े हैं, एक और समृद्ध और मिलनसार बने हुए पर्याप्त पर्सर्थ की दिशा में ले जाते हैं।